भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट की कहानी: रिकॉर्ड्स, जीत और संघर्ष

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट की कहानी: रिकॉर्ड्स, जीत और संघर्ष




भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1955 में हुई थी, जब न्यूज़ीलैंड की टीम ने पहली बार भारत का दौरा किया। यह एक रोमांचक प्रतिद्वंद्विता का आरंभ था, जिसने कई ऐतिहासिक लम्हें और अनगिनत रिकॉर्ड्स दिए। भारत ने अपने घरेलू मैदान पर लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जबकि न्यूज़ीलैंड ने भी अपनी धरती पर भारत के खिलाफ प्रभावशाली खेल दिखाया है।

रिकॉर्ड्स और प्रदर्शन

अब तक खेले गए 63 टेस्ट मैचों में भारत ने 22 मैच जीते हैं, जबकि न्यूज़ीलैंड ने 13 मैचों में जीत दर्ज की है। बाकी 28 मैच ड्रॉ रहे हैं। इस प्रतियोगिता में कई खिलाड़ियों ने अपने करियर के बेहतरीन प्रदर्शन किए हैं। राहुल द्रविड़, जो भारतीय टीम के महान बल्लेबाजों में से एक हैं, ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा 1659 रन बनाए हैं। वहीं गेंदबाजी में, रविचंद्रन अश्विन ने 66 विकेट लेकर इस प्रतिद्वंद्विता में अपना दबदबा कायम किया है।


यादगार लम्हें

2021 में अजाज़ पटेल ने भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को झटका दिया, जब उन्होंने एक पारी में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया। हालांकि, उनके इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत ने वह मैच जीत लिया। 


2016 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज़ जीती, जिसमें अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी ने कमाल दिखाया। भारत में खेले गए अधिकांश मैचों में भारतीय स्पिनरों का दबदबा देखने को मिला है, जबकि न्यूज़ीलैंड के घरेलू मैचों में उनकी तेज़ गेंदबाजी ने भारत के बल्लेबाजों को कठिनाई में डाला है।


निष्कर्ष

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच की टेस्ट श्रृंखला दोनों देशों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रही है। यह मुकाबला न केवल प्रतिस्पर्धा और कौशल का प्रतीक है बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए मनोरंजन और जुनून का भी स्रोत है। दोनों टीमों का प्रदर्शन हर बार नए रिकॉर्ड्स बनाता है और क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक अलग छाप छोड़ता है।

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